अपने जीवन में कम से कम एक मित्र दर्पण जैसा और एक मित्र “प्रतिबिंब” जैसा रखिए क्योंकि “दर्पण” कभी झूठ नहीं बोलता और आपकी “छाया” कभी आपका साथ नहीं छोड़ती……
अपने जीवन में कम से कम एक मित्र दर्पण जैसा और एक मित्र “प्रतिबिंब” जैसा रखिए क्योंकि “दर्पण” कभी झूठ नहीं बोलता और आपकी “छाया” कभी आपका साथ नहीं छोड़ती……