लाखो हसीन देखे, पर कोई चेहरा याद नही

लाखो हसीन देखे, पर कोई चेहरा याद नही….

उसे देखा , तो भूल गये सब, और कुछ याद नही…

खुली जुल्फे, गुलाबों से गाल, आंखे नुरानी….

अरे कोई तो पता करो, कहा रहती है, वो मेरे सपनों की रानी………

Leave a Comment