दिल के रिश्तों का कोई नाम नहीं होता

दिल के रिश्तों का कोई नाम नहीं होता

चाहत का कोई पैगाम नहीं होता

जो चाहे तुम्हे खुद से भी ज्यादा

ऐसे आशिक़ से बढ़कर कोई

और नहीं होता

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