Category - Sad Shayari

Sad Shayari

निगाहें उनकी फरेबी थी

कुछ कहने से डरती थीं लाख मोहब्बत होने के वाबजूद इज़हार करने को तरसती थीं निगाहें उनकी फरेबी थी कुछ कहने से डरती थीं लाख मोहब्बत होने के वाबजूद इज़हार करने को तरसती थीं

Sad Shayari

सुन ओ बेवफा मेरी क्या थी खता

सुन ओ बेवफा मेरी क्या थी खता जो मुझे छोड़कर हो गयी दफा

Sad Shayari

दिल से उतर जाने वाले लोग

दिल से उतर जाने वाले लोगकभी जबान तक भी नहीं आ पाते