मेरे दिल की पुकार April 22, 2020 73 Views दर्द अब इतना की संभलता नही है, तेरा दिल मेरे दिल से मिलता नही है अब और किस तरह पुकारूँ मैं तुम्हे, तेरा दिल तो मेरे दिल की सुनता भी नही है..